राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में सर्वाधिक बल हिन्दी भाषा शिक्षण पर दिया गया है ।
यह कथन सत्य है
यह कथन असत्य है
यह कथन असत्य है
कक्षा 11 वीं एवं 12 वीं में R1 R2 R3 तीनों भाषाओं का अध्ययन करना अनिवार्य है ।
दक्षता परक शिक्षण अध्यापक के अध्ययन कौशल मात्र की जांच करता है । अतः छात्र passive learners की भूमिका में भी रह सकते हैं ।
सत्य
असत्य
असत्य
राष्ट्रीय पाठ्यचर्या 2023 में ‘Future Biliteracy’ यानि भविष्य की द्विसाक्षरता किसे कहा गया है?
अ मातृभाषा शिक्षण को
आ विदेशी भाषा शिक्षण को
इ इंडियन साइन लैंग्वेज शिक्षण को
ई (मुद्रित एवं) डिजिटल पठन कौशल को
ई
(मुद्रित एवं) डिजिटल पठन कौशल को
R3 की दक्षता कक्षा 11 तक काम्य है ।
NEP 2020 और त्रिभाषा सूत्र द्वारा प्रस्तावित भाषा शिक्षण एक ही समान हैं ।
सत्य
असत्य
असत्य
R1 R2 R3 में से कोई 2 भाषाएं विदेशी मूल की हो सकती हैं ।
नहीं
2 भाषाओं का भारतीय मूल से होना आवश्यक है ।
NEP 2020 ने सर्वाधिक बल दक्षता परक शिक्षण प्रणाली एवं आकलन पर बल दिया है ।
सत्य
असत्य
सत्य
1 भाषा सतत विकसित होती है।
उपरोक्त सभी ।
R1 R2 R3 में से कोई एक इंडियन साइन लैंग्वेज हो सकती है ।
सत्य
असत्य
सत्य