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1

हम भगवान को क्यों मानते हैं?

क्योंकि भगवान न्यायकारी है

1

“सब साधन का मूल है दुर्लभ सतगुरु ज्ञान” इस सूत्र में कौन सा शब्द गलत है? सही शब्द क्या है?

ज्ञान

प्रेम

2

ऐसा क्या है जो औषधि का काम भी कर सकता है और घाव देने का काम भी?

शब्द

2

ऐसा क्या है जो जब हमसे कोई पूछे तभी हमें देनी चाहिए?

सलाह

3

मंदिर की मूर्ति की क्या तीन विशेषताएं गुरु जी ने बताई है?

मौन में रहती है

मुस्कुराती रहती है

मांगती नहीं है

4

अच्छा रहन सहन किसको कहते हैं?

जिस रहनी में सहनी हो

5

जीवन क्या है? किसी भजन या गाने की एक या दो पंक्ति गाकर इस प्रश्न का उत्तर दें।

जीवन ये आनंद भरा है, सबमें आनंद घोल दो

जीवन इक संग्राम है योगी संकट से क्या डरना, भव सागर में भंवर बिछे हैं, हंस हंस पार उतरना

यह जीवन है इस जीवन का यही है यही है यही है रंग रूप थोड़े गम हैं, बहुत सी खुशियां, यही है यही है यही है छांव धूप


6

ऐसा क्या है जिसकी जरा सा भी मात्रा हमको हमारे ब्रह्म पद से नीचे गिराती है?

इच्छा, चाह

7

गीता में या धार्मिक पुस्तकों एवं शास्त्रों में हमारा धर्म किसको कहा गया है?

अशोक रहना ही हमारा धर्म है

8

नम्रता वाला कभी ना _________

इस पंक्ति को पूरा करें?

नम्रता वाला कभी ना मरता 

9

कौन सी विद्या सब विद्याओं की राजा है?

ब्रह्मज्ञान

10

"वायदा गर्भ में था किया" हमने गर्भ में क्या वायदा किया था?

इस भजन की पंक्ति को गाकर पूरा करें।

भूलूंगा तुझको ना हरि


11

शिकायत खत्म करने के लिए अब उसकी जगह क्या करें?

इस पर कोई भजन की पंक्ति भी सुनाएं 

शुक्राना

शुक्राना गा ले मुस्कुरा के जी ले जीवन यह फिर ना आना है

करो न शिकायत न करो तुम पुकार 

12

What is not our real nature?

Thinking 

13

मौन रखने से हम क्या बनते हैं?

मुख की मौन से हम देवता बनते है और मन की मौन से भगवान